चेहरा.
चेहरा अंतर्मन की पहचान
चेहरा मासूमियत का प्रमाण
चेहरा विश्वास और आत्मसम्मान
चेहरे से ज़ाहिर हैं सारे इजहार
चाहे कोई करे यूँही इंकार
पर नज़र आए कुछ ऐसे चेहरे भी
जिनकी कथनी-करनी थी ना एक
सूरत से लगते थे जो नेक
मिले उनसे ग़म अनेक
पर उसी से जगा भीतर विवेक
गीत तो एक ही था जीवन का
चाहे सुर, ताल, लय अनेक
ढली फिर हर रंग में वैसे ही
जैसे जिस्म अलग,रूह हो एक।
- सरू जैन