अपनी मिट्टी से प्यार करो / सुमन शर्मा .
जिस देश में है जन्म लिया,
उस देश से सरोकार करो।
अपनी मिट्टी से प्यार करो।
पले बढ़े जिस धरती पर,
ऋण उसका स्वीकार करो।
अपनी मिट्टी से प्यार करो।
जननी का मान बढ़ाओगे,
श्रद्धा से शीश झुकाओगे,
अपनों सा प्यार ही पाओगे,
संस्कृति का सम्मान करो।
देश की माटी को अपने,
मस्तक पर अंगीकार करो।
अपनी धरा से प्यार करो।
पले बढ़े जिस धरती पर,
न कर्तव्यों से इंकार करो।
जन्म जन्मांतर के इससे,
रिश्ते नातों का इक़रार करो।
ऋण इसका स्वीकार करो,
अपनी मिट्टी से प्यार करो।
सुमन शर्मा । (१५/८/२०२०)