कविता कथा कारवां ( रजि:) द्वारा महात्मा गांधी तथा पूर्व प्रधान मंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी को समर्पित कवि सम्मेलन व विचार चर्चा .

 

लुधियाना, 4 अक्तुबर (कुनाल जेटली) - राष्ट्रपिता महात्मा गांधी तथा पूर्व  प्रधान मंत्री  श्री लाल बहादुर शास्त्री  जी  के जन्मदिन  2अक्टूबर को मनाने के लिए संस्था कविता कथा कारवाँ के तहत ,यू ट्यूब लाइव कार्यक्रम करवाया गया। जिसमे विचार गोष्ठी, कवि सम्मेलन आदि  कार्यक्रम आयोजित किए गए। आज के लिए  महात्मा गाँधी जी  व श्री  लाल बहादुर शास्त्री जी के विचारों की सार्थकता  पर'  कविता पाठ एवम्  विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्व प्रथम श्रीमती शैली वाधवा  ने 'रघुपति  राघव राजा राम' से कार्यक्रम का प्रारंभ किया। मंच की अध्यक्षा जसप्रीत कौर फ़लक ने सभी प्रतिष्ठित जनों का मंच पर स्वागत किया। अनेक सम्माननीय  कवियों  ने   पर  कविता के माध्यम से अपने विचार पेश किए । उन्होंने कहा कि  बढ़े दु:ख को बात है कि आज भारत मे ऐसा कुछ  फिर  से हो रहा है  जिनकी गांधी जी  भर्त्सना करते थे। डा अनु मेहता, रिशमजोत संघा विरक, आकाश ठाकुर, ज्योति बजाज, प्रभदयाल, इरादीप तरेहण, गुरमीत कौर, डा गोकुल  क्षत्रीय, डा अनु  शर्मा  कौल,   हरदीप विरदी, डा सुमन शर्मा और  शैली वाधवा ने अपनी भावनाओं को कविता के माध्यम से वयक्त किया।  भावनाऐं गांधी जी  व श्री लाल बहादुर शास्त्री जी को समर्पित रहीं।  इसके अलावा  हाल ही मे हाथरस  मे घटी लड़की के बलात्कारोपरांत कत्ल  की घिनौनी घटना  की निंदा की गई।

 डा जगतार धीमान ने अपने भाषण में   गाँधी जी  तथा श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन  सिद्धांतों का जिक्र करते हुए  बुरा न सुनने, बोलने व देखने के साथ साथ  अहिंसा, शांति, सच्चाई, सहिष्णुता, आदि  की आज  अधिक आवश्यकता को दरसाया। उन्होंनें गांधी  व शास्त्री जी श्रृंधांजलि देती हुई  अपनी कविता पढी। अध्यक्षा  जसपरीत  कौर फलक ने  आज विश्व स्तर पर गांधी जी की  के दर्शन व जीवन  शैली की बढती पसंद  का जिक्र करते हुए कहा कि  आज युवा वर्ग को देशभक्ति के साथ साथ अहिंसा को अपनाने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए है। कविता कथा कारवांँ की अध्यक्षा जसप्रीत कौर फ़लक द्वारा सभी अतिथियों को धन्यवाद दिया गया और  शुभकामनाएं देकर  अंत में राष्ट्रगान के साथ सभा का समापन किया गया।