मनोज बाजपेयी की अवॉर्ड विनिंग थ्रिलर ‘जोरम’ का वर्ल्ड टीवी प्रीमियर, एंड एक्सप्लोर एचडी पर.
मनोरंजक और विचारोत्तेजक थ्रिलर ‘जोरम’ दर्शकों को आकर्षित करने के लिए तैयार है, जहां 22 जून को रात 9 बजे एंड एक्सप्लोर एचडी पर इस फिल्म का बहुप्रतीक्षित वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर होने जा रहा है। बेहद सराहे जाने वाले फिल्ममेकर देवाशीष मखीजा द्वारा निर्देशित और बहुमुखी अभिनेता मनोज बाजपेयी द्वारा अभिनीत, ‘जोरम’ एक ऐसे इंसान और उसकी नवजात बेटी की दर्दनाक कहानी है, जो अपने अतीत और उन ताकतों से बचने की कोशिश कर रहा है जो उसे खत्म करना चाहती हैं। एक शानदार कहानी और मनोज बाजपेयी की दमदार एक्टिंग इस कहानी में जान फूंकती है, जो दर्शकों को जज़्बातों और रहस्य के सफर पर ले जाती है। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, दर्शक खुद को रहस्य, रोमांच और नैतिक दुविधाओं की दुनिया में पाते हैं, जो आखिरी तक उन्हें अपनी सीटों से बांधे रखती हैं।
यह फिल्म अनिश्चितता और खतरे की दिल छू लेने वाली तस्वीर पेश करती है जहां नायक अपनी बेटी को खतरे से बचाते हुए पकड़े जाने से बचने के संघर्ष को दर्शाता है। झारखंड में आदिवासी समुदायों की पृष्ठभूमि पर आधारित ‘जोरम’ हाशिए पर पड़े लोगों द्वारा झेली जा रही भयानक सच्चाइयों पर प्रकाश डालती है, जिसमें दिल दहला देने वाले रोमांच के साथ समाज का ताना बाना बुना गया है।
एंड एक्सप्लोर एचडी, जो अपने दर्शकों के लिए अनरूटीन, अनएक्सपेक्टेड और अनफॉर्मूला फिल्में पेश करने के लिए जाना जाता है, ‘जोरम’ के साथ एक और शानदार पेशकश लेकर आया है। ये एक ऐसी फिल्म है जिसने सामाजिक मुद्दों के अपने आकर्षक चित्रण और अपनी मनोरंजक कहानी के लिए व्यापक राष्ट्रीय मान्यता और पहचान हासिल की है। एंड एक्सप्लोर एचडी पर अपने वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर के साथ, यह फिल्म व्यापक दर्शकों तक पहुंचने के लिए तैयार है, जो खत्म होने के बाद भी चर्चाओं और विचारों को बढ़ावा देती है।
दमदार एक्टर मनोज बाजपेयी ने कहा, “जोरम में काम करना मेरे लिए एक गहरी व्यक्तिगत यात्रा रही है। यह फिल्म हाशिए पर पड़े समुदायों द्वारा झेली जा रही कड़वी सच्चाइयों को बारीकी से दर्शाती है, जो एक छोटे से गांव में मेरी परवरिश से मेल खाती है। मुझे कहानी और किरदारों से गहरा जुड़ाव महसूस हुआ, जिसने मुझे इस प्रोजेक्ट के लिए अपना सब कुछ देने के लिए प्रेरित किया। कमज़ोर और असुरक्षित लोगों के संघर्षों के बेबाक चित्रण के चलते ‘जोरम’ की ओर मेरा ध्यान गया। एक एक्टर के तौर पर, मुझे इस फिल्म में हाशिए पर पड़े लोगों पर हो रहे अन्याय पर प्रकाश डालने और सिनेमा की ताकत के जरिए उनकी आवाज़ को बुलंद करने का मौका दिखाई दिया। यह एक ऐसी कहानी है जिसे बताया जाना ज़रूरी था, और मुझे गर्व है कि एंड एक्सप्लोर एचडी के ज़रिए दर्शक इसका अनुभव कर पाएंगे!”
निर्देशक देवाशीष मखीजा ने कहा, “जोरम के ज़रिए हमने उन चीजों को लेकर कुछ मुश्किल सवाल उठाए हैं जिन्हें हम शहरों में अपनी सुविधाजनक ज़िंदगी गुजारते हुए हल्के में लेते हैं। उम्मीद है हमने एक मनोरंजक थ्रिलर के ज़रिए, अपने अस्तित्व और इंसानी हौसले को तलाशने की कोशिश की है। ‘जोरम’ हमें उस असमानता और अन्याय की याद दिलाना चाहता है जो एक अस्थिर ‘विकास’ के प्रति हमारे जुनून का नतीजा है। हमें उम्मीद है कि दर्शक हमारी फिल्म से इतने प्रभावित होंगे कि वे बदलाव के पक्ष में आवाज़ उठाएंगे।”
(छाया शुक्ला)