*25 जून 1975भारतीय राजनीति के इतिहास का काला अध्याय–मनोरंजन कालिया.
*आपातकाल के दौरान जेल जाने वालो को भाजपा के जिला उपाध्यक्ष यशपाल जनोत्रा ने किया सम्मानित*
लुधियाना 25 जून (इंद्रजीत) - 25 जून आपातकाल दिवस पर भाजपा जिला अध्यक्ष रजनीश धीमान की अध्यक्षता में जिला कार्यालय में समारोह का आयोजन किया गया ।जिसमे भाजपा के सीनियर नेता मनोरंजन कालिया जी विशेष रूप से पहुंचे।भाजपा के सीनियर नेता मनोरंजन कालिया ने कहा कि आपात काल 25 जून 1975 को देश की तत्कालीन प्रधान मंत्री इंद्रा गांधी लगाई ।आपातकाल का विरोध करने व पार्टी के प्रति वफादारी को निभाते हुए गिरफ्तारियां देकर जिन लुधियाना वाशियों ने जेल काटी थी उनमे से रमेश शर्मा,भूषण वर्मा,रमेश महाजन,इंदरजीत वर्मा,देश राज शर्मा,बिहारी लाल सिंगला,बजरंग लाल खत्री,जगदीश लाल बिंद्रा,तरसेम लाल जैन,सतपाल भाटिया,जगन्नाथ चोपड़ा,बहादुर चन्द,अमरनाथ,अवतार सिंह,रमेश महाजन,प्रेम महाजन,देश राज मानकटला, भूषण वर्मा,सुदामा तिवारी,बिहारी लाल सिंगला आदि को भाजपा लीडरशिप की ओर से सम्मानित किया गया। इस मौके रजनीश धीमान ने कहा कि आज से 48 साल पहले देश में आपातकाल घोषित कर दिया गया था, जिसे भारतीय राजनीति के इतिहास का काला अध्याय भी कहा जाता है. 25 जून 1975 की आधी रात को आपातकाल की घोषणा की गई, जो 21 मार्च 1977 तक लगी रही. उस दौरान तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन देश में आपातकाल की घोषणा की थी । स्वतंत्र भारत के इतिहास में यह सबसे विवादस्पद काल था। आपातकाल में चुनाव स्थगित हो गए थे. इसे आजाद भारत का सबसे विवादास्पद दौर भी माना जाता है ।इस दौरान आम आदमी से उसके मौलिक अधिकार छीन लिए गए थे।
भाजपा जिला अध्यक्ष रजनीश ने कहा की सरकारी मशीनरी विपक्ष के आंदोलन को कुचलने में लग गई थी ! श्री अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी ,अरुण जेटली ,प्रकाश सिंह बादल,मुलायम सिंह यादव समेत विपक्ष के तमाम बड़े नेताओं को जेल में ठूंस दिया गया। संजय गांधी की मनमानियां की सीमा पार कर गई थीं।उनके इशारे पर न जाने कितने पुरुषों की जबरन नसबंदी करवा दी गई थी । जय प्रकाश नारायण,मोरारजी देसाई सहित कुछ नेताओं के नेतृत्व में व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था ।जय प्रकाश,अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी ,अरुण जेटली ,प्रकाश सिंह बादल, मुलायम सिंह यादव की लड़ाई निर्णायक मुकाम तक पहुंची. इंदिरा को सिंहासन छोड़ना पड़ा. मोरारजी देसाई की अगुवाई में जनता पार्टी का गठन हुआ !1977 में फिर आम चुनाव हुए ! 1977 के चुनाव में कांग्रेस बुरी तरह हारी.इंदिरा खुद रायबरेली से चुनाव हार गईं ! इस मौके पर भाजपा के सीनियर नेता डॉ.डी पी खोसला,भाजपा के जिला महामंत्री डॉ.कनिका जिंदल,सरदार नरेंद्र सिंह मल्ली,जिला उपाध्यक्ष यशपाल जनोत्रा,सुमन वर्मा,पंकज जैन,सचिव अमित डोगरा,दीपक गोयल,को कोषाध्यक्ष अतुल जैन,प्रवक्ता सुरेंद्र कौशल,परवीन शर्मा आदि मौजूद थे ।