बुंदेलखंड को पृथक राज्य बनाये जाने की मुहीम से जुड़े लाखों स्थानीय निवासी, केंद्र के सामने फिर रखी अलग राज्य की मांग.

 


- बुंदेलखंड 24x7 के हस्ताक्षर अभियान से लाखों की सख्या में जुड़े स्थानीय निवासी    

- हर उम्र वर्ग के लोगों ने लिया बढ़-चढ़ कर हिस्सा

- भाजपा नेता व अभिनेता राजा बुंदेला, बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हरिमोहन विश्वकर्मा, बुंदेली सेना के संयोजक आश्रय सिंह आदि भी हुए शामिल


भोपाल/लखनऊ, 29 जुलाई, 2024: लगभग 70 सालों से बुंदेलखंड को पृथक राज्य बनाये जाने की मुहीम चल रही है। समय-समय पर अलग-अलग सामाजिक संगठनों व व्यक्ति विशेषों द्वारा भारतीय मानचित्र पर बुंदेलखंड को पुनः अस्तित्व में लाने की मांग जोर पकड़ती रही है, लेकिन अब तक इस पर कोई सकारात्मक हल नहीं निकला है। बुंदेलखंड के लोकप्रिय डिजिटल न्यूज़ प्लेटफार्म बुंदेलखंड 24x7 ने लगभग एक माह पूर्व बुंदेलखंड को अलग राज्य बनाये जाने के संघर्ष को फिर से जीवित करने का कार्य किया, और 5 लाख हस्ताक्षर अभियान के तहत बुंदेलखंड वासियों की आवाज को केंद्र सरकार तक पहुँचाने का प्रयास किया। अभियान का समापन देश के पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की पुण्यतिथि पर किया गया, जिसके तहत 5  लाख से अधिक लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यम से बुंदेलखंड को पृथक राज्य बनाने के पक्ष में अपने हस्ताक्षर दर्ज किए। 

अभियान के तहत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के पिछले हिस्सों में फैले बुंदेलखंड क्षेत्र के सभी जिलों में जमीनी स्तर पर स्थानीय लोगों से पृथक राज्य को लेकर उनकी सहमति दर्ज की गई। इसमें बुंदेलखंड को पृथक किए जाने की मुखर आवाज रहे बुंदेलखंड विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष व अभिनेता राजा बुंदेला, बुंदेलखंड मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष हरिमोहन विश्वकर्मा, बुंदेली सेना के संयोजक आश्रय सिंह जैसे अन्य सामाजिक सदस्यों व आम जनता ने अपनी सहमति जाहिर की। अभियान को लेकर छतरपुर निवासी सुरेश तिवारी ने कहा, "हम उत्तराखंड, झारखण्ड व छत्तीसगढ़ की तरह बुंदेलखंड को आत्मनिर्भर राज्य बनाने के लिए सालों से संघर्षरत हैं। चैनल की मुहीम से जुड़कर हमने एक बार फिर अपनी आवाज सत्तापक्ष तक पहुँचाने की कोशिश की है। हमें उम्मीद है कि केंद्र व राज्य सरकारें इस दिशा में अवश्य जल्द ही फैसला लेंगी।   

अभियान की सफलता पर बोलते हुए बुंदेलखंड 24x7 के फाउंडर अतुल मलिकराम ने कहा, "हमारा प्रमुख उद्देश्य केंद्र सरकार के समक्ष दशकों से चली आ रही पृथक बुंदेलखंड राज्य की मांग को मजबूती से पेश करना तथा इस महत्वपूर्ण विषय पर गंभीरता से विचार करने के लिए प्रेरित करना था। यह साफ है कि बुंदेलखंड के लोग एक अलग राज्य चाहते हैं, और एक स्वतंत्र, सफल व समृद्ध बुंदेलखंड के स्वप्न को साकार होते देखने के लिए उत्साहित हैं। हर वर्ग विशेष से मिले समर्थन ने हमें और सकारात्मक ढंग से इस पहल को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। हम पलायन मुक्त और संस्कृतियुक्त बुंदेलखंड बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"   


5 लाख हस्ताक्षर अभियान के समापन पर चैनल हेड आसिफ पटेल ने कहा, "इस अभियान में लोगों का जो जबरदस्त समर्थन मिला है, वह हमारे लिए प्रेरणादायी है। हमें विश्वास है कि बुंदेलखंड राज्य बनने के साथ ही क्षेत्र का विकास होगा और लोगों के जीवनस्तर में अभूतपूर्व सुधार देखने को मिलेगा।"

जिस उत्साह और समर्थन के साथ लोगों ने इस अभियान में हिस्सा लिया है, वह दर्शाता है कि बुंदेलखंड के लोग अपने क्षेत्र के विकास और उन्नति के लिए किस हद तक जागरूरक हैं। चैनल ने पूर्व में बुंदेली संस्कृति, लोकगीत व लोक कलाकारों को लेकर विभिन्न अभियानों का सञ्चालन किया है तथा बुंदेलखंड के हितों की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास जारी रखने की प्रतिबद्धता भी जाहिर की है।