धर्म सुरक्षा मंच द्वारा रोष स्वरूप कैंडल मार्च निकाला गया.

 

*अत्याचार सहना भी एक पाप है,इसीलिए भारत के पड़ोसी देशों में हिंदुओं के प्रति हीन भावना उनकी घटिया मानसिकता जाहिर करती है—स्वामी दयानंद सरस्वती*

 

*बांग्लादेशी घुसपैठीयों को भारत से बाहर निकालो—सरदार गुरदर्शन सिंह* 


लुधियाना 17 अगस्त (इंद्रजीत) : धर्म सुरक्षा मंच, लुधियाना की तरफ से एक विशाल रोष सभा का आयोजन दुर्गा माता मंदिर नजदीक जगराओं पुल के पास किया गया। बंगलादेश में हिंदुओं व अल्पसंख्यों के खिलाफ हो रहे अत्याचार के प्रति लुधियाना के सभी धार्मिक, सांस्कृतिक , राजनीतिक,व्यावसायिक संस्थानों द्वारा विशाल रोष सभा में हिस्सा लिया गया। मंच के संयोजक स्वामी दयानंद सरस्वती जी व सह संयोजक महंत नारायण दास पुरी जी ने सभी संत समाज को बुलाकर हिंदुओं को एक शक्ति के रूप में एकत्रित होने का आवाहन किया। अत्याचार सहना भी एक पाप है , इसीलिए भारत के पड़ोसी देशों में हिंदुओं के प्रति हीन भावना उनकी घटिया मानसिकता जाहिर करती है ओर यह अत्यचार ओर नही सहा जायगा। पंडित राजन शर्मा जी ने सरकार को बंगलादेश मामले में सख्त से सख्त कदम उठाने के लिए चेताया। जो नुकसान हो चुका उसकी भरपाई नहीं की जा सकती लेकिन अभी भी बहुत बड़े नुकसान से बचाया जा सकता है। धर्म की रक्षा के लिए गुरुओं ने अपने परिवार को वार दिया। हमें भी धर्म रक्षा का प्रण लेते हुए आगे आना चाहिए। सभी वक्ताओं के भाषण के बाद जगराओं पुल तक रोष स्वरूप कैंडल मार्च निकाला गया व बांग्लादेश में शांति स्थापित की अपील की गई। निर्मल स्वामी जी ने वक्फ बोर्ड की समस्या के बारे में बताया और उसको भंग करने की बात की।

साध्वी 

अमृता दीदी ने सभी को शस्त्र धारी होने का आह्वान किया। विशेष रूप से समय की मांग है कि नारी शक्ति शस्त्र धारी हो।

राष्ट्रपति जी के नाम कमिश्नर को विज्ञप्ति दी गई जिसमें अल्पसंख्यकों को अत्याचार से रोकने वह भारत में बांग्लादेशी घुसपैठीयों को बाहर निकालने की सिफारिश की गई। इस रोष सभा को लुधियाने के सारे संत समाज और धार्मिक संस्थाओं का सहयोग एवं आशीर्वाद प्राप्त था । 

स्वामी दयानंद सरस्वती (कमल कुटिया आश्रम),

साध्वी अमृता दीदी ,प्रकाशनंद जी ( दिव्य ज्योति संस्थान ),सुमेधा भारती ( वेद निकेतन),

निर्मल स्वामी (उत्तम धाम), नवतेज सिंह नामधारी

स्वामी विज्ञानंद,महंत नारायण दास पुरी( संगला शिवाला मंदिर),गौरव बाबा जी (ठाकुरद्वारा),अत्री जी (गंगा धाम),  महामंडलेश्वर स्वामी जसदेवानंद जी (आलमगीर)

पंडित अजेय वशिष्ठ जी , विदेश पाण्डे जी ,निर्मल स्वामी जी (उत्तम धाम)

राजेश मुनी जी ,सोहम काली दास जी(नाथ द्वारा) , देवेंद्र सूद जी , नामधारी जसवंत सिंह सोनू जी, स्वामी भास्कर जी,महंत प्रवीण चौधरी (माँ बगलामुखी धाम ) विशेष रूप से शामिल हुए।

महानगर की सभी राजनीतिक, धार्मिक, सामाजिक, व्यापारिक,सेवा संस्थाओं ने इस रोष सभा को अपना समर्थन दिया।