निभाना ख़ूबसूरती से किरदार तू .
किरदार कोई भी मिला हो
परवरदिगार की और से
निभाना ख़ूबसूरती से हुनर है
चाहे तू बन डॉक्टर पोलिस
चाहे बनाया हो खुदा ने तुम्हें
आसमान में उड़ता एक परिंदा
पर सलामत रहें तुझमें नेकियॉ
और तुम्हारी ख़ूबियाँ ज़िंदा
हुनर सिर्फ़ कलाकर में नहीं
ना सूरत दिखती है ना लिबास कोई
सोच और कर्म दिखता है
जब करता है कुछ ख़ास कोई
सिर्फ़ बातों से ना चली हुकूमत
सत्य, निडरता और हौसलों से
दिलों पर कर पाया राज कोई
मामूली हस्तियाँ नहीं थी,
महात्मा गांधी, लाल बहादुर शास्त्री
मदर टेरेसा, भगत सिंह
एक मिशन पर वारा जीवन सारा
हुनर उनके करता है याद वतन सारा।
- सरू जैन