Vedic Satsang Organised by Ved Parchar Mandal.
Lalit Berry
लुधियाना, 1 जुलाई : वेद प्रचार मण्डल की लुधियाना उत्तर शाखा की ओर से ग्रीन पार्क में श्रीमती प्रभा सूद, एवम आदित्य सूद के सयोंजकत्व में वैदिक सत्संग समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता मण्डल की शाखा प्रभारी श्रीमती अरुणा पूरी ने की। समारोह यज्ञ से आरम्भ हुआ जिसकी अग्नि श्री देवम सूद ने प्रज्ज्वलित की। श्री रोशन लाल आर्य, प्रांतीय महासचिव, वेद प्रचार मण्डल ने यज्ञ सम्पन्न कराते हुए कहा कि हमे प्रीतिदिन घर में यज्ञ करना चाहिए। हम यज्ञ में घी, जड़ी, बूटियों, औषधियों द्वारा निर्मित सामग्री से जो आहुतियां प्रदान करते हैं, उनकी शक्ति सहस्त्र गुणा बढ़ जाती है और वातावरण को शुद्ध करके प्राणी मात्र को लाभ पहुंचाती है।यज्ञ की अग्नि हमे ऊपर उठने, नेतृत्व करने और जितना हम लें उससे अधिक देने की भावना सिखाती है। श्री आर्य ने कहा कि संसार में तीन प्रकार के मनुष्य हैं देव, मनुष्य और असुर तीनों प्रजापति की सन्तान हैं। परन्तु अपने संस्कारो से (कार्यों के द्वारा स्वभाव बन जाने से) देव श्रेष्ठ हैं। मनुष्य साधारण हैं तथा असुर निकृष्ट हैं। असुर वे हैं जो अपने लाभ के सामने किसी दूसरे के लाभ की परवाह नहीं करते। स्वार्थ सिद्धि ही उनका ध्येय है। अपने लाभ के लिए दूसरों को मारने लूटने अथवा अन्य प्रकार से हानि पहुंचाने में जरा भी संकोच नहीं करते। वस्तुतः दूसरों के कष्ट दूर करने के भाव से हमारा आत्मा उच्च हो जाता है और इसमें विशालता के भाव आ जाते हैं। यही यज्ञ है, इसी के प्रभाव से मनुष्य देव बन जाते हैं। अपने स्वार्थ को छोड़कर दूसरे का उपकार करना ही यज्ञ है। यही भाव वस्तुतः यज्ञ के मूल में छिपा है, अपने स्वार्थ का त्याग। इसीलिए हम प्रत्येक आहुति के पश्चात स्वाहा बोलते हैं। श्री विपिन शर्मा तथा के के मल्होत्रा ने प्रभु भक्ति के भजन प्रस्तुत करके सभी को मन्त्र मुग्ध कर दिया। समारोह में हर्ष सचदेवा, प्रवीण पाहवा, ज्योति स्वरूप कंबोज, प्रवीण मल्होत्रा, राजेंद्र बत्रा, सुनीता बत्रा, एवम अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। शांति पाठ के साथ समारोह सम्पन्न हुआ।