अंजुली क्या होती है??.
"अंजुली" ये अंजुली क्या होती है??
यही सवाल जब मैंने अपनी मां से किया,
तो जवाब में मां ने अपनी दोनों हथेलियों को जोड़कर कहा -
ये अंजुली सिर्फ दो हथेलियों का जोड़ नहीं,
बीते समय का मापन यंत्र है ये....
जाने कितने धर्म कर्म के वक़्त ज़रूरी,
उद्यापन मंत्र है ये....
"अंजुली" अर्पण है!!
इंसान की दो हथेलियां, धर्म �"र कर्म की सूचक हैं।।
इन्हीं के समावेश से बनी अंजुली एक पुस्तक है।।
"अंजुली" धर्म निरपेक्ष है!!
किसी की दुआ में शामिल,तो किसी के अंतिम कर्म में।।
कहीं श्रद्धांजलि के फूल हैं,तो चढ़ावा किसी धर्म में।।
"अंजुली" कामना है!!
अपने मायके की खुशहाली मांगती, दुल्हन के चावल के छींटों में।।
है खुशियां बांटने का ज़िक्र,किसी शायर 'सिद्धार्थ' के गीतों में।।
"अंजुली" प्रार्थना है!!
ये जुड़ी हथेलियां थोड़ा �"र जुड़कर जो ऊपर उठ जाएं,
तो नमस्कार है, आवेदन है, सर्व कल्याण की हैं प्रार्थनाएं।।
ये "अंजुली" सिर्फ दो हथेलियों का जोड़ नहीं...
- Sidharath