तस्वीर .

रख कर तेरी तस्वीर सामने,

मैं तुझे देखा करता हूं।


तू रहती है ख़ामोश,

मैं हर बात तुझसे कहता हूं।


देख कर मुस्कान तुम्हारी,

मैं भी खुश हो जाया करता हूं।


यादों में तुम्हारी खो कर,

तुम्हारी कमी को दूर किया करता हूं।


मन तो चाहे तुझे गले से लगाना,

बस तेरी तस्वीर को सीने से लगा कर..

मन को शांत कर लिया करता हूं।


तुम्हारे बालों को संवारने की ख्वाहिश को,

तुम्हारी तस्वीर के सामने ज़ाहिर करता हूं।


तुम रहो हमेशा खुश और साथ मेरे,

हर पल ख़ुदा से यही दुआ करता हूं।

                                              - दीपक ठाकुर