हमारा कविता कथा कारवाँ*.
ज़िंदगी के सफर में मेरा रहनुमाँ
है अदब के जहाँ का हसीं गुल्सिताँ
सबका प्यारा कविता कथा कारवाँ
ये हमारा कविता कथा कारवाँ
जगमगाते फलक के सितारे सभी
हैं नई रोशनी के शरारे सभी
इसमें हर नस्ल हर रंग के फूल हैं
एक दूजे को हैं दिल से प्यारे सभी
सब ने मिलकर सँवारा है ये गुल्सिताँ
ये हमारा कविता कथा कारवाँ
सबका प्यारा कविता कथा कारवाँ
जिसने मुरझाई कलियों को मुस्कान दी
और हुनर को मेरे एक पहचान दी
तसव्वुर को जिसने सँवारा मेरे
मेरे जज़्बे को इस ने नई शान दी
हर नज़र में चमकता है ये आशियाँ
ये हमारा कविता कथा कारवाँ
सबका प्यारा कविता कथा कारवाँ
कारवाँ-ए-अदब यूँ ही चलता रहे
दीप गीतों का गज़लों का जलता रहे
है ये मेरी दुआ ये हमारा चमन
रात दिन फूलता और फलता रहे
और आबाद हो शायरी का जहाँ
ये हमारा कविता कथा कारवाँ
सबका प्यारा कविता कथा कारवाँ
~सारा सैफी